मेरी फितरत में नहीं, अपना गम बयां करना.....
अगर तेरे वजूद का हिस्सा हूँ, तो महसूस कर तकलीफ मेरी
...💫
❤ se...........
सुन कर ग़ज़ल मेरी, वो अंदाज़ बदल कर बोले............,
कोई छीनो कलम इससे, ये तो जान ले रहा है.
...........💫
उसका वादा भी अजीब था.. कि जिन्दगी भर साथ निभायेंगे,
मैंने भी ये नहीं पुछा की मोहब्बत के साथ या यादों के साथ..!!💫
No comments:
Post a Comment