Wednesday, November 12, 2014

A story of a Boy

एक बार जरुर पढ़े....! (अच्छी लगे तो शेयर करें)

एक बेटा पढ़-लिख कर बहुत बड़ा आदमी बन गया .
पिता क  े स्वर्गवास के बाद माँ ने
हर तरह का काम करके उसे इस काबिल बना दिया था.

शादी के बाद पत्नी को माँ से शिकायत रहने लगी के
वो उन के स्टेटस मे फिट नहीं है.
लोगों को बताने मे उन्हें संकोच होता है कि
ये अनपढ़ उनकी सास-माँ है...!

बात बढ़ने पर बेटे ने...एक दिन माँ से कहा..

" माँ ”_मै चाहता हूँ कि मै अब इस काबिल हो गयाहूँ कि कोई
भी क़र्ज़ अदा कर सकता हूँ
मै और तुम दोनों सुखी रहें
इसलिए आज तुम मुझ पर किये गए अब तक के सारे
खर्च सूद और व्याज के साथ मिला कर बता दो .
मै वो अदा कर दूंगा...!

फिर हम अलग-अलग सुखी रहेंगे.
माँ ने सोच कर उत्तर दिया...

"बेटा”_हिसाब ज़रा लम्बा है....सोच कर बताना पडेगा मुझे.
थोडा वक्त चाहिए.

बेटे ने कहा माँ कोई ज़ल्दी नहीं है.
दो-चार दिनों मे बता देना.

रात हुई,सब सो गए,
माँ ने एक लोटे मे पानी लिया और बेटे के कमरे मे आई.
बेटा जहाँ सो रहा था उसके एक ओर पानी डाल दिया.
बेटे ने करवट ले ली.
माँ ने दूसरी ओर भी पानी डाल दिया.
बेटे ने जिस ओर भी करवट ली माँ उसी ओर पानी डालती रही.

तब परेशान होकर बेटा उठ कर खीज कर.
बोला कि माँ ये क्या है ?
मेरे पूरे बिस्तर को पानी-पानी क्यूँ कर डाला..?

माँ बोली....

बेटा....तुने मुझसे पूरी ज़िन्दगी का हिसाब बनानें को कहा था.
मै अभी ये हिसाब लगा रही थी कि मैंने कितनी रातें तेरे बचपन मे
तेरे बिस्तर गीला कर देने से जागते हुए काटीं हैं.
ये तो पहली रात है
ओर तू अभी से घबरा गया ..?

मैंने अभी हिसाब तो शुरू
भी नहीं किया है जिसे तू अदा कर पाए...!

माँ कि इस बात ने बेटे के ह्रदय को झगझोड़ के रख दिया.
फिर वो रात उसने सोचने मे ही गुज़ार दी.
उसे ये अहसास हो गया था कि माँ का
क़र्ज़ आजीवन नहीं उतरा जा सकता.

माँ अगर शीतल छाया है.
पिता बरगद है जिसके नीचे बेटा उन्मुक्त भाव से जीवन बिताता है.
माता अगर अपनी संतान के लिए हर दुःख उठाने को तैयार रहती है.
तो पिता सारे जीवन उन्हें पीता ही रहता है.

हम तो बस उनके किये गए कार्यों को
आगे बढ़ाकर अपने हित मे काम कर रहे हैं.
आखिर हमें भी तो अपने बच्चों से वही चाहिए ना ........!
1) अगर लगातार दौडने से लक्ष्मी मिलती तो,
    आज कुत्ता लक्ष्मीपति होता.....

2) मौत रिश्वत नही लेती लेकिन,
    रिश्वत मौत ले लेती है.....

3)काम मेँ ईश्वर का साथ मांगो लेकिन,
   ईश्वर काम कर दे ऐसा मत मांगो......

4) कडवा सत्य एक गरीब पेट के लिए सुबह
    जल्दी उठकर दोडता है और एक अमीर पेट
    कम करने के लिए सुबह जल्दी उठकर
    दौडता है..

5) 50 रुपे मेँ 1 लीटर कोल्डंड्रीक आती है..
    जिसमे स्वाद और पोषण जीरो.. और
    कमाता कौन? मल्टीनेशनल कम्पनिया और
    उसके सामने 50 रुपे मे 1 किलो फल आते
    है स्वाद भरपुर और पोषण लाजवाब और
    कमाता कौन? धुप मेँ,सर्दी मेँ,बरसात मेँ
    लारी लेकर घुमता अपना एक गरीब
    भारतवासी..

6) सबंध भले थोडा रखो लेकिन,एसा रखो
    कि शरम किसी की झेलनी ना पडे मौत
    के मुह से जिदंगी बरस पडे और मरने
    के बाद शमशान की राख भी रो पडे..

7) जब तालाब भरता है तब,मछलीया
    चीटीँयो को खाती है और जब तालाब
    खाली होता है तब चीटींया मछलियो
    को खाती है, मौका सबको मिलता है
    बस अपनी बारी का इन्तजार करो..

8)दुनिया मेँ दो तरह के लोग होते है.. एक
   जो दुसरो का नाम याद रखते है और
   दुसरा जिसका नाम दुसरे याद रखते है..

9) सुख मेँ सुखी हो तो दु:ख भोगना सिखो
    जिसको खबर नही दु:ख की तो सुख
    का क्या मजा.?

10) जीवन मेँ कुछ बडा मिल जाए तो छोटे
      को मत भुलना.. क्योकिँ जहा सुई काम
      हो वहा तलवार काम नही आती..

11) माँ-बाप का दिल दुखाकर आजतक
      दुनिया मेँ कोई सुखी नही हुआ..

12) भगवान का उपकार है कि आँसुऔ को रंग
      नही दिया वरना रात को भींगा तकिया सवेरे
      कुछ ना कुछ भैद खोल देता..

13) जो इंसान प्रेम मेँ निष्फल होता है
      वो जिदगी मे सफल होता है..

14) आज करे कल कर कल करे
      सो परसो ईतनी भी क्या जल्दी है जब
     जीना है बरसो..

15) दुनिया का सबसे कीमती प्रवाही
      कौनसा है? आँसु जिसमेँ 1%पानी
      और 99% भावनाए होती है..

16) दुनिया का सबसे अमीर आदमी भी
      माँ के. बिना गरीब है..

17) गुस्से मे आदमी कभी कभी व्यर्थ बाते
      करता है, तो कभी मन की बात भी
      बोल देता है..

18) भगवान खडा है तुझे सब कुछ देने के
      लिए लेकिन तु चम्मच लेकर खडा है
      पुरा सागर माँगने के लिए..

19) आप यह पोस्ट पढ रहे
      हो ईसका असतित्व
      आप के माँ बाप है...
....

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